मशीनीकरण का युग इंसान के लिए खतरा? देश-दुनिया में मशीनों के प्रति बढ़ता लगाव और आदमी की पराधीनता मनुष्य के भविष्य को संकट में डाल रही है। खेतों से लेकर कारखानों तक हर क्षेत्र में 100 आदमियों की जगह एक रोबोट या एक मशीन प्रतिस्थापित हो गई है। समय और सुलभता की माँग काम करने […]
विद्या सिन्हा : बीते हुए कल की कुछ यादें
अपने समय की महत्वपूर्ण अभिनेत्री विद्या सिन्हा इस दुनिया को पिछले साल अलविदा कह गई थी। विद्या सिन्हा की जिंदगी अभिनय के मर्म की तलाश थी। एक बेकल आत्मा की जिंदगी थी। विद्या सिन्हा ने चमचमाती हुई स्टारडम वाली फिल्मों में अभिनय नहीं किया। वह उनके लिए आसान रास्ता था क्योंकि वह फिल्म वितरक पिता […]
सबसे जरुरी और सस्ते गैजेट जो ज़िन्दगी में लायेंगे नयापन
सबसे जरुरी और सस्ते गैजेट जो ज़िन्दगी में लायेंगे नयापन आजकल की डिजिटल ज़िन्दगी में जब तक कोई नया गैजेट आ न जाए तब बोरियत सी होने लगती है, भारतीयों को हर चीज़ में कुछ स्पेशल चाहिए होता है. रोज़मर्रा की चीज़ों में जब कुछ बेहतर आ जाए तो वे चीजें और ज्यादा स्पेशल बन […]
युद्ध या शान्ति? क्या है आपका चुनाव? : Hemmano Guest Column
युद्ध या शान्ति? क्या है आपका चुनाव? दुनिया ईसा मसीह के जन्म के बाद से अब 21वीं सदी में पहुँच गयी है, ईसा के जन्म से पहले भी दुनिया का बहुत बड़ा इतिहास था लेकिन पूरा कत्लों, युद्धों, लड़ाइयों से भरा हुआ. बुद्धकाल के बाद से ही बेहद उम्मीद थी कि संसार में क्षीण होती […]
सच होती मैट्रिक्स की कल्पना?
सच होती मैट्रिक्स की कल्पना? हम अक्सर कहते हैं कि फिल्में समाज का आईना होती हैं लेकिन किस हद तक? अगर कोई फ़िल्म कॉमेडी जेनर है तो हम कह सकते हैं कि इस तरह का रियल लाइफ में कुछ भी नहीं होता लेकिन अगर वही साइंस फिक्शन हो तो क्या वह होना सम्भव नहीं है? […]
क्या टिकटोक हमेशा के लिए बंद हो गया है?
क्या टिकटोक हमेशा के लिए बंद हो गया है? 29 जून 2020 की शाम को जैसे ही भारत सरकार द्वारा टिकटोक सहित 59 मोबाइल एप्लीकेशन को प्रतिबंधित करने की खबर आई यह बात जंगल में आग की तरह फ़ैल गयी. अधिक फोल्लोवर्स वाले यूजर्स के पाँवों तले तो जैसे जमीन ही खिसक गयी थी. जो […]
माँ, यहाँ कोई खतरा नहीं है : एक फौजी का पत्र 1918
एक फौजी का पत्र 31 अक्टूबर, 1918 को प्रथम विश्व युद्ध अंत के करीब था तब युद्ध के कवि और द्वितीय मेनचेस्टर रेजिमेंट के अधिकारी विल्फ्रेड ओवन ने अपनी मां को पत्र लिखा। अफसोस की बात है कि यह उनका आखिरी पत्र था। चार दिन बाद ही ओवेन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। […]
हिंदी और अंग्रेजी माध्यम का भेद धरातल पर: Hemmano Guest Column
हिंदी और अंग्रेजी माध्यम का भेद धरातल पर वो किसी से बात नहीं करता। क्लास में भी चुपचाप बैठा रहता है हमने कल साथ आने का बोला था, मना कर दिया अजीब इंसान है ना? इवन आई नेवर सीन हिम टॉकिंग् विथ ऐनीवन (मैंने भी उसे कभी किसी के साथ बात करते नहीं देखा) ऐसी […]
किताबें क्यों जरुरी है?
किताबें क्यों जरुरी है? बाकी जानवरों से इंसान क्यों आगे है? क्योंकि इंसान बोलना, पढना और लिखना जानता है और लगातार खुद में सुधार करना जानता है. इंसानी इतिहास में संज्ञानात्मक क्रांति सबसे बड़ी क्रांति थी जिसमें इंसान सोचने समझने और उसे प्रयोगिक दृष्टि से काम करने की शक्ति विकसित की। खाद्य और संज्ञानात्मक क्रान्ति […]
भारत और नेपाल के बीच गहराती खाई
भारत और नेपाल के बीच सीमा पर तनातनी लगातार बढ़ती ही जा रही है, 12 जून को हुई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक की मृत्यु हो गयी और 2 लोग घायल हो गए. अब नेपाल के एफएम चैनल्स पर भारत विरोधी गाने बज रहे हैं जो कि भारत के उत्तराखंड में भी सुनाई दे रहे […]